वर्ल्ड कप: आठवीं बार सेमीफाइनल में पहुँचा भारत, पिछले 40 साल में ऐसा रहा है रिकॉर्ड
वर्ल्ड कप – दोस्तों जैसा कि आप लोग जानते हैं कि वर्ल्ड कप 2023 लगभग अपने आखिरी पड़ाव पर आ गया है। जिसमें भारतीय टीम ने अपने खेल गए सभी लीग मुकाबले जीत कर सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। अब भारतीय टीम का सेमीफाइनल में मुकाबला 2019 विश्व कप में उसे सेमीफाइनल से बाहर करने वाली टीम न्यूजीलैंड के साथ 15 नवंबर को होगा। भारतीय टीम के पास न्यूजीलैंड से 2019 विश्व कप का बदला लेने का एक सुनहरा अवसर है। जिसे भारतीय टीम बिल्कुल भी गवांना नहीं चाहेगी।
विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में उन्हीं चारों टीमों ने क्वालिफाई किया है। जिन्होनें साल 2015 वर्ल्ड कप में क्वालिफाई किया था। मतलब भारतीय टीम के साथ-साथ न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया ने भी सेमीफाइनल का अपना टिकट कटवा लिया है। इस बार विश्व कप में जहाँ भारतीय टीम ने पहले पायदान पर कब्जा किया हुआ है तो वहीं दूसरे पे दक्षिण अफ्रीका, तीसरे पे ऑस्ट्रेलिया और चौथे पायदान पर न्यूजीलैंड की टीम ने कब्जा किया हुआ है।
साल 2015 के वर्ल्ड कप में पहले ऑस्ट्रेलिया ने भारत को सेमीफाइनल में हराया था और उसके बाद फाइनल में न्यूजीलैंड को शिकस्त देखकर खिताब पर कब्जा जमा लिया था। तो वहीं 2019 विश्व कप में न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल में भारत को हराकर बाहर कर दिया था और उसके बाद उसे फाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
लेकिन इस बार भारत के पास ना सिर्फ न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में हराकर 2019 कि हार का बदला लेने का मौका है बल्कि 12 साल बाद विश्व कप जीतने का एक सुनहरा मौका भी है। भारतीय टीम और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल का ये मुकाबला 15 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। इससे पहले भारतीय टीम ने 7 बार विश्व कप के इतिहास में सेमीफाइनल में क्वालीफाई किया है। लेकिन सिर्फ 3 बार ही भारतीय टीम सेमीफाइनल मुकाबले को जितने में सफल हो पाई है।
तो आज के इस ब्लॉग में हम बात करने वाले हैं भारतीय टीम के अब तक के क्रिकेट वर्ल्ड कप के इतिहास के सेमीफाइनल के सफर के बारे में। मेरा नाम है जीतू और बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
वर्ल्ड कप 1983 में इंग्लैंड को हराकर जीता सेमीफाइनल
भारतीय टीम ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 1983 में डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड को हराकर अपने पहले सेमीफाइनल मुकाबले में जीत दर्ज की थी। 1983 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की अगुआई कपिल देव कर रहे थे। इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में कपिल देव के 3 विकेट ने और यशपाल शर्मा के 61 रनों ने अहम योगदान दिया था। इसके बाद भारतीय टीम ने फाइनल में 2 बार विश्व विजेता टीम वेस्ट इंडीज को हराकार वर्ल्ड कप के खिताब पर पहली बार कब्जा किया था।
विश्व कप 1987 में इंग्लैंड ने 1983 की हार का लिया बदला
भारतीय टीम 1987 विश्व कप में भी सेमीफाइनल तक पहुँचने में कामयाब हो गई थी। इस बार भी सेमीफाइनल में भारतीय टीम का मुकाबला इंग्लैंड की टीम से था। लेकिन इस बार अंग्रेजों की टीम 1983 विश्व कप की हार का बदला लेने के इरादे से मैदान में उतरी थी। जिसकी वजह से भारतीय टीम को इंग्लैंड के हाथों सेमीफाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा था।
विश्व कप 1996 में श्रीलंका से मिली हार
भारतीय टीम ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए 1996 के विश्व कप के सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली थी। इस बार सेमीफाइनल में भारतीय टीम का मुकाबला श्रीलंका की टीम के साथ था। दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में खेला गया था। जहाँ श्रीलंका के द्वार दिए गए 252 रनों के लक्ष्य के जवाब में भारतीय टीम ने 120 रन पर ही 8 विकेट गवां दिए थे। जिसकी वजह से वो ये मुकाबला हार गई थी।
वर्ल्ड कप 2003 में केन्या को हराकर फाइनल में पहुँचा भारत
वर्ल्ड कप 2003 भारत के लिए बेहद शानदार रहा था। इस साल भारत ने अपने वर्ल्ड कप के इतिहास में दूसरी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया था। इस साल भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के किंगमीड मैदान पर केन्या की टीम को सेमीफाइनल में हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। लेकिन फाइनल में उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने तीसरी बार वर्ल्ड कप के खिताब पर कब्जा कर लिया था।
वर्ल्ड कप 2011 में पाकिस्तान को दी शिकस्त
वर्ल्ड कप 2011 का साल भारत के लिए बहुत ही यादगार साल रहा था। इस साल भारतीय टीम ने पाकिस्तान की टीम को सेमीफाइनल में 29 रनों से हराकर फाइनल में एंट्री ली थी। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने शानदार 85 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद फाइनल मैच में भारतीय टीम ने श्रीलंका की टीम को 6 विकेट से हराकर दूसरी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया था। फाइनल मैच में गौतम गंभीर ने (97) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने (91*) रनों की बेहतरीन पारी खेली थी।
वर्ल्ड कप 2015 में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली शिकस्त
भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर वर्ल्ड कप 2015 के सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली थी। लेकिन इस बार भारतीय टीम की गाड़ी सेमीफाइनल से आगे नहीं जा सकी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम के सामने 328 रनों का लक्ष्य रखा था। लेकिन भारतीय टीम इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करने में कामयाब नहीं हो पाई और 233 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को हराकर एक बार फिर वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया था।
वर्ल्ड कप 2019 में फिर टूटा भारत का सपना
वर्ल्ड कप 2019 भारत के लिए बहुत अच्छा जा रहा था। रोहित शर्मा का बल्ला भी खूब चल रहा था। जिसकी वजह से भारतीय टीम इस साल भी सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाने में सफल हो जाती है। लेकिन इस बार भी भारत के सामने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से पार पाने की चुनौती थी। जिसे वो पार नहीं कर पाती है और उसे 18 रनों से हार का सामना करना पड़ता है। इसके बाद फाइनल में न्यूजीलैंड को इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ता है।
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