चेन्नई सुपर किंग्स का इतिहास || History of Chennai Super Kings
चेन्नई सुपर किंग्स यानी आईपीएल के इतिहास की सबसे सफल टीमों में से एक टीम, शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी होगा जिसने चेन्नई की टीम के बारे में सुना नहीं होगा। इसका एक बहुत बड़ा कारण है चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी।
धोनी की कप्तानी में ही भारत टी-20 वर्ल्ड कप 2007, वनडे वर्ल्ड कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 जीता था। जिस वजह से उन्हें इतना महान कप्तान कहा जाता है। चेन्नई सुपर किंग्स की सफलता के पीछे भी इनका ही हाथ है। बात करें चेन्नई सुपर किंग्स की तो ये आईपीएल के इतिहास की दूसरी सबसे सफल टीम है। चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 2008 से लेकर 2022 तक कुल 4 बार आईपीएल का खिताब अपने नाम कर चुकी है और 9 बार आईपीएल का फाइनल खेल चुकी है। इसलिए चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को इस लीग की सबसे खतरनाक टीम भी कहा जाता है। बैन के चलते चेन्नई की टीम को साल 2016 और 2017 में स्पोर्ट फिक्सिंग की वजह से इस लीग से बाहर भी रहना पड़ा था जिसकी वजह से ये टीम अब तक के 15 सीजन में से 13 ही सीजन खेल पाई है । चेन्नई सुपर किंग्स की कहानी कुछ ऐसे ही रोमांचक किस्से और कहानियों से भरी हुई है।
तो आज के इस लेख में हम बात करने वाले हैं आईपीएल के इतिहास की सबसे सफल टीमों में से एक चेन्नई सुपर किंग्स के आईपीएल के सफर के बारे में। तो मेरा नाम है जीतू और बिना किसी देरी के चलिए शुरू करते हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स
आईपीएल को शुरू हुए एक दशक से भी ज्यादा का समय हो चुका है। साल 2007 में जब BCCI और ललित मोदी द्वारा आईपीएल की स्थापना हुई तो इनकी तरफ से भारत के राज्यों के नाम पर आधारित 8 टीमों का चयन किया गया और इन्हीं 8 राज्यों के नाम आईपीएल की टीम को दिए गए। जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स की टीम भी शामिल थी। चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को इंडिया सीमेंट ने खरीदा था। बाद में इंडिया सीमेंट ने चेन्नई की टीम को चेन्नई सुपर किंग्स क्रिकेट लिमिटेड नाम की कंपनी को बेच दिया था।
2008 की नीलामी
चेन्नई की टीम ने नीलामी के समय में बड़े-बड़े खिलाड़िओं पे दांव खेला था। इनमे सबसे बड़ा नाम कप्तानों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का था। महेंद्र सिंह धोनी को चेन्नई की टीम ने 1.5 डॉलर में अपनी टीम में शामिल किया था। धोनी के अलावा टीम में मैथ्यू हेडन, स्टीफन फ्लेमिंग, मुथैया मुरलीधरन और माइकल हसी जैसे बड़े खिलाड़ी भी शामिल थे। मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और डेक्कन चार्जर्स के बाद चेन्नई उस समय की चौथी सबसे महँगी टीम बन गई थी ।
आईपीएल साल 2008
आईपीएल के पहले ही सीजन में चेन्नई की टीम ने पंजाब की टीम को हरा कर आईपीएल में धमाकेदार शुरुआत की थी। इस मैच में चेन्नई की तरफ से माइकल हसी ने 54 गेंदो में 116 रनों की आतिशी पारी खेली थी और इसी पारी की बदौलत ही चेन्नई ने पंजाब को हरा दिया था। इस सीजन में चेन्नई का शानदार प्रदर्शन रहा था। बाद में चेन्नई का मुकाबला सेमीफाइनल में एक बार फिर पंजाब से था लेकिन चेन्नई की टीम ने पंजाब की टीम को 9 विकेट से हरा दिया था और इस तरह चेन्नई सुपर किंग्स ने शानदार तरीके से आईपीएल के पहले ही सीजन के फाइनल में अपनी एंट्री ली थी लेकिन फाइनल मुकाबले में चेन्नई की टीम को राजस्थान की टीम से आखिरी गेंद पर हार का सामना करना पड़ा था। इस सीजन में चेन्नई की टीम ने 14 में से 8 मैच जीत कर 16 अंक के साथ पॉइंट टेबल में तीसरा स्थान हासिल किया था।
आईपीएल साल 2009
साल 2009 में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपना पहला मुकाबला मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेला था। जिसमें चेन्नई की टीम को 19 रनो से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में मुंबई की तरफ से सचिन तेंदुलकर ने 49 गेंदों का सामना करते हुए 59 रन बनाए थे । उनकी इस पारी में 7 चौके शमिल थे। इस सीजन में भी चेन्नई का प्रदर्शन शानदार रहा था लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ सेमीफाइनल का मैच हारने की वजह से चेन्नई फाइनल में नहीं पहुँच सकी और फाइनल की रेस से बहार हो गई। इस सीजन में अपने खेले गए 14 मुकाबलों में चन्नई ने 8 मैचों में जीत और 5 मैचों में हार का सामना किया था जबकी एक मैच बेनतीजा रहा था। इस सीजन में चेन्नई की टीम 17 अंको के साथ तीसरे स्थान पर थी।
आईपीएल साल 2010
इस सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने आईपीएल का अपना पहला खिताब अपने नाम किया था। चेन्नई की टीम शुरू के 7 मैचों में 2 मैच ही जीत पाई थी।लेकिन सुरेश रैना और मुरली विजय की बदौलत आखिरी के 7 मैचों में 5 मैच जीत कर चेन्नई 14 अंक के साथ तीसरे नंबर पर आ गई थी फिर चेन्नई की टीम ने डेक्कन चार्जर को सेमीफाइनल में हराकर फाइनल का टिकट पक्का कर लिया था अब चेन्नई का मुकाबला फाइनल मैच में मुंबई इंडियन से था।
चेन्नई ने पहले बैटिंग करते हुए 168 रन बनाए जिसके जवाब में मुंबई इंडियंस की पूरी टीम 146 रन पे ही आउट हो गई और इस तरह से चेन्नई ने इस मुकाबले को 22 रनों से जीत कर आईपीएल का पहला खिताब अपने नाम कर लिया था।
आईपीएल साल 2011
ये सीजन भी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बहुत ही शानदार रहा था। साल 2010 की तरह ही इस साल भी चेन्नई ने आईपीएल का खिताब अपने नाम कर लिया था। चेन्नई की टीम ने इस सीजन 9 मैच जीत कर अंक तालिका में दूसरे स्थान हासिल कर लिया था।चेन्नई का मुकाबला पहले क्वालीफायर में एक बार फिर मुंबई इंडियंस से था। मुंबई इंडियंस को हराकर चेन्नई की टीम फाइनल का टिकट पक्का करवा लेती है और बैंगलोर के साथ फाइनल में पहुँच जाती है।
फाइनल मुकाबले में मुरली विजय के 95 रनों की बदौलत चेन्नई की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 205 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर बना डालती है। जवाब में बैंगलोर की पूरी टीम 147 रन पे ही आउट हो जाती है और इस तरह से चेन्नई की टीम अपना दूसरा खिताब जीत जाती है।
आईपीएल साल 2012
आईपीएल के पाँचवे सीजन में लीग मैचों में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन थोड़ा साधारण सा ही रहा था। इस सीजन ये टीम अपने खेले गए 16 मुकाबलों में से 8 में ही जीत हाँसिल कर पाई थी जबकी 7 मुकाबलों में चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा था और एक मुकाबले का कोई नतीजा नहीं निकला था। 17 अंको के साथ इस सीजन ये टीम अंक तालिका में चौथे नंबर पर थी लेकिन फिर भी ये टीम फाइनल में पहुँचने में सफल रही।
फाइनल मुकाबले में चेन्नई ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 190 रन बनाए थे। जबकी कोलकाता ने 2 गेंद पहले ही 192 रन बना डाले और इस तरह अपना पहला आईपीएल का खिताब जीत लिया था।
आईपीएल साल 2013
ये सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बहुत अच्छा रहा था। 16 लीग मैचों में से 11 मैच जीत कर इस टीम ने अंक तालिका में पहले नंबर पे कब्जा जमा लिया था और अपना फाइनल का टिकट पक्का कर लिया था। इस बार फाइनल में चेन्नई का मुकाबला मुंबई इंडिया से था। मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 148 रन बनाए। जिसके जवाब में चेन्नई की पूरी टीम 128 रन ही बना सकी और इस तरह से फाइनल मुकाबले में चेन्नई को फिर से हार का सामना करना पड़ा था।
आईपीएल साल 2014
ये सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के फैंस के लिए थोड़ा निराशाजनक था। इस सीजन में चेन्नई की टीम बस क्वालीफायर मुकाबले तक ही पहुँच पाई थी। लेकिन इस टीम ने 16 में से 9 मुकाबलों में जीत हासिल कर अंक तालिका में तीसरा स्थान हासिल कर लिया था। अब चेन्नई मुकाबला पहले एलिमिनेटर मैच में 2013 की चैंपियन मुंबई इंडियंस से था। चेन्नई ने मुंबई को तो 7 विकेट से हरा दिया था लेकिन क्वालीफायर 2 में किंग्स इलेवन पंजाब के हाथों 24 रनों से हार का सामना करना पड़ा था और इस तरह इस बार चेन्नई की टीम फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही थी।
आईपीएल साल 2015
साल 2014 के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद साल 2015 में चेन्नई सुपर किंग्स ने शानदार वापसी की। इस सीजन में चेन्नई ने 14 मैचों में से 9 मैचों में जीत हासिल की थी और अंक तालिका में पहले नंबर पर कब्जा जमाया था। एक बार फिर पहले क्वालीफायर में चेन्नई का मुकाबला मुंबई इंडियंस से था और चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा था लेकिन दूसरे क्वालीफायर में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराते हुए चेन्नई ने मुंबई के साथ फाइनल मैच का टिकट पक्का कर लिया था। मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई को 203 रनों का लक्ष्य दिया था। जवाब में चेन्नई की टीम 161 रन ही बना पाई और इस तरह से 2015 के फाइनल मुकाबले में चेन्नई को 41 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
आईपीएल साल 2016 और 2017
दोस्तों ये 2 साल चेन्नई और राजस्थान की टीम के लिए बहुत बुरे रहे थे क्योंकि 2016 और 2017 में दोनों टीमों के ऊपर बीसीसीआई और सुप्रीम कोर्ट ने 2 साल का बैन लगा दिया था। दरसल हुआ ये था की राजस्थान की टीम के मालिक राज कुंद्रा और चेन्नई की टीम के मालिक गुरुनाथ मयप्पन के ऊपर सट्टेबाजी का आरोप लगा था। जिस वजह से चेन्नई और राजस्थान की टीम को 2 साल के लिए आईपीएल से बाहर रहना पड़ा था।
आईपीएल साल 2018
2 साल बैन के बाद वापस आते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने धमाकेदार अंदाज में अपनी वापसी का ऐलन किया। चेन्नई का पहला मैच ही मुंबई इंडियंस के साथ था जिसे चेन्नई ने जीत कर अपने फैंस को 2 साल बाद खुश होने का मौका दिया। इस मैच में मुंबई ने पहले बल्लेबजी करते हुए 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 165 रन बनाए जिसके जवाब में चेन्नई ने 9 विकेट के नुकसान पर 1 गेंद बाकी रहते हुए ही 169 रन बना दिए थे।
चेन्नई की जीत के हीरो थे ड्वेन ब्रावो जिन्होंने 30 गेंदो में 68 रनों की धुआंधाड़ पारी खेली और चेन्नई को जीत की दहलीज पे खड़ा कर दिया था। ये सीजन चेन्नई के लिए बहुत अच्छा सबित हुआ। चेन्नई ने अपने लीग मैच के 14 में से 9 मैच जीत कर अंक तालिका में दूसरा स्थान हासिल कर लिया था।
पहले क्वालीफायर में चेन्नई ने सनराइजर्स हैदराबाद को 2 विकेट से हरा कर फाइनल में प्रवेश किया था। इसके बाद एक बार फिर फाइनल में चेन्नई का मुकाबला सनराइजर्स हैदराबाद से था। हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई को 179 का टारगेट दिया था। जिसके जवाब में चेन्नई ने बड़ी आसानी से 9 गेंद बाकी रहते हुए 8 विकेट से ये मुकाबला जीत कर एक बार फिर से आईपीएल का टाइटल अपने नाम कर लिया था।
आईपीएल साल 2019
आईपीएल का बाहरवां सीजन भी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए काफी शानदार रहा था। इस सीजन ये टीम 14 में से 9 मुकाबले जीत कर अंक तालिका में दूसरे नंबर पे थी। चेन्नई की टीम ने इस सीजन में भी फाइनल तक का सफर तय कर लिया था। फाइनल मैच में चेन्नई के सामने उनकी सबसे कट्टर दुश्मन कहे जाने वाली मुंबई इंडियंस थी।
मुंबई ने पहले बल्लेबजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 149 रन बनाए थे। चेन्नई की टीम जब लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो उसकी शुरुआत तो बहुत अच्छी हुई थी और लग रहा था कि चेन्नई की टीम बहुत आराम से इस मैच को जीत जाएगी लेकिन अंत में आते आते चेन्नई की टीम बुरी तरह लड़खड़ा गई और 148 रन ही बना सकी थी और इस तरह से इस रोमांचक मुकाबले को मुंबई इंडियंस ने 1 रन से जीत लिया था ।
आईपीएल साल 2020
साल 2020 ये चेन्नई सुपर किंग्स के फैन्स और टीम के लिए कभी ना भूलने वाला साल था क्योंकि ये सीजन चेन्नई के आईपीएल के इतिहास में सबसे बुरा सीजन रहा था। शुरुआत के अपने 11 मैचों में ये टीम केवल 3 मैचों में ही जीत हासिल कर पाई थी लेकिन आखिरी 3 मुकाबले जीत कर ये अंक तालिका में आखिरी स्थान पर आने से बच गई थी।
आईपीएल साल 2021
साल 2020 में अपने खराब प्रदर्शन के बाद चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को इस साल खुद को साबित करना था और चेन्नई ने किया भी बिल्कुल ऐसा। चेन्नई ने अपने लीग मैचों में 14 में से 9 मैचों में जीत हासिल कर अपनी वापसी का ऐलान कर दिया था।
अब पहले क्वालीफायर में चेन्नई का मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स से था। दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पृथ्वी शॉ (60) और ऋषभ पंत (51) की बदौलत 5 विकेट के नुकसान पर 172 रन बनाए थे । चेन्नई की टीम की तरफ से रुतुराज गायकवाड़ (70) और रॉबिन उथप्पा (63) की शानदार पारी की बदौलत चेन्नई ने इस मुकाबले को 2 गेंद बाकी रहते ही जीत लिया था।
अब फाइनल में चेन्नई का मुकाबला कोलकाता से था। इस मैच में चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए फाफ डू प्लेसिस के 86 रनों की बदौलत 3 विकेट के नुकसान पर 192 रन बनाए। जिसके जवाब में कोलकाता की पूरी टीम 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 165 रन ही बना सकी और इस तरह चेन्नई की टीम ने आईपीएल का चौथा टाइटल अपने नाम किया।
आईपीएल साल 2022
साल 2022 चेन्नई सुपर किंग्स के लिए साल 2020 से भी ज्यादा बेकार रहा क्योंकि इस साल चेन्नई ने अपने 14 मुकाबले में सिर्फ 4 में ही जीत हासिल की थी जबकी 10 मुकाबलों में इस टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इस साल ये टीम अंक तालिका में नौवे नंबर पर रही थी।
अब देखना ये है कि क्या चेन्नई की टीम हर बार की तरह इस बार भी जबरदस्त वापसी करेगी या फिर अपने पिछले साल के प्रदर्शन को ही दोहराएगी ।
आशा करता हूँ आपको ये लेख पसंद आया होगा। IPL इतिहास के 5 सबसे बड़े स्कोर के बारे में जानने के लिए क्लिक करें।
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